भारत में गर्मी का मौसम मार्च से शुरू होता है और जून तक रहता है। यह मौसम बहुत गर्म होता है और उष्णकालीन जलवायु के कारण जानलेवा हो सकता है। भारत के कुछ हिस्सों में तापमान 45-50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।यह मौसम भारी गर्मी के साथ होता है जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है।
पर्याप्त पानी पीना:
गर्मियों में आपके शरीर से ज्यादा पसीना निकलता है, जो आपके शरीर के लिए अनिवार्य तत्व है। इसलिए, आपको प्रतिदिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने की आवश्यकता होती है।आप अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए नारियल पानी, छाछ और फलों के रस का भी सेवन कर सकते हैं।
ताजा और हल्का खाएं:
अपने आहार में ताजे फल और सब्जियां शामिल करें। भारी और तैलीय भोजन से बचें क्योंकि यह आपको सुस्त और थका हुआ महसूस करा सकता है।अपने खाने में ताजे फल और सब्जियां, फाइबर युक्त अनाज, प्रोटीन शामिल करें। इन तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना आपको स्वस्थ बनाए रखेगा।फल पोषण का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं और गर्मी के मौसम में आपके आहार में एक ताज़ा जोड़ हो सकते हैं|
खुद को धूप से बचाएं:
जब आप धूप में बाहर जाएं तो सुरक्षात्मक कपड़े, टोपी और धूप का चश्मा पहनें। अपनी त्वचा को हानिकारक यूवी किरणों से बचाने के लिए उच्च एसपीएफ वाला सनस्क्रीन लगाएं।
कोशिश करें कि दिन के पीक ऑवर्स के दौरान बाहर जाने से बचें, जब सूरज सबसे तेज हो। यदि आपको बाहर जाने की आवश्यकता है, तो अपने आप को धूप से बचाने के लिए छाते का उपयोग करें या टोपी पहनें।
बार-बार ब्रेक लें:
यदि आप बाहर काम कर रहे हैं या शारीरिक गतिविधि में लगे हुए हैं, तो आराम करने और ठंडक पाने के लिए बीच-बीच में ब्रेक लें।
अपने घर को ठंडा रखें: अपने घर को ठंडा और आरामदायक रखने के लिए पंखे और एयर कंडीशनिंग का इस्तेमाल करें। आप दिन के सबसे गर्म हिस्सों में धूप से बचने के लिए पर्दे या ब्लाइंड्स का भी उपयोग कर सकते हैं।
सुबह जल्दी या देर शाम व्यायाम करें:
लू लगने और थकावट से बचने के लिए दिन के ठंडे घंटों के दौरान शारीरिक गतिविधि में व्यस्त रहें।रोजाना कुछ समय अपने शारीर के लिए नियमित एक्सरसाइज करना आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होता है। इससे आपकी शारीरिक ऊर्जा बढ़ती है और आपका शरीर फिट रहता है।
गर्मी से संबंधित बीमारियों से अवगत रहें:
हीटस्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और गर्मी से संबंधित अन्य बीमारियों के लक्षण और लक्षण जानें। यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं तो तुरंत चिकित्सकीय ध्यान दें।
Published by: Rahul Rawat