श्रीनगर। विकास खंड कीर्तिनगर की एक तथा देवप्रयाग ब्लॉक के दो गांवों की राह आसान होने की उम्मीद जगी है। अब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चौथे चरण के तहत इन गांवों को सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा। इसके लिए विभाग की ओर से केंद्र सरकार को भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकृति मिल चुकी है। अब विभाग सड़क निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया में जुटा है।ग्राम पंचायत थाती डागर के कुलेडी गांव के ग्रामीण आज भी सड़क निर्माण की राह देख रहे हैं। आलम यह है कि सड़क न होने से ग्रामीणों को करीब 4 से 5 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करना पड़ रहा है।
जिससे ग्रामीण कई तरह की परेशानियों से जूझ रहे हैं। खासकर गर्भवती महिलाओं, गंभीर रूप से बीमार लोगों को आज भी डंडी कंडी के सहारे मोटर मार्ग तक पहुंचाना पड़ता है। इसके लिए भी गांव में लोग नहीं मिल पाते हैं। ग्रामीण बताते हैं कि वर्ष 2016 से गांव को सड़क सुविधा से जोड़ने की मांग चल रही थी, लेकिन आज तक गांव तक सड़क नहीं पहुंच पाई है।
यही समस्या विकास खंड देवप्रयाग के जरोला और त्यालनी गांव के लोगों की है। गांव तक सड़क न होने से ग्रामीणों को आए दिन समस्याओं से जूझना पड़ता है। उन्हें पैदल दूरी नापनी पड़ रही है। अब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चौथे चरण के तहत इन गांवों के लिए सड़क का निर्माण किया जाएगा। पीएमजीएसवाई लोनिवि कीर्तिनगर के अधिशासी अभियंता शिभम रावत ने बताया कि अब तक कीर्तिनगर और देवप्रयाग ब्लॉक में सड़क से दूर करीब 35 से अधिक गांवों का लोकेशन सर्वे किया गया है। अन्य गांवों का सर्वे का काम भी जारी है। 31 जनवरी तक सड़क से वंचित गांवों का सर्वे का काम पूरा किया जाना है। अब तक की सर्वे को केंद्र सरकार को भेजा गया है, केंद्र सरकार ने कुछ गांवों के प्रस्ताव स्वीकार किए है। इनमें कीर्तिनग ब्लॉक का कुलेडी व देवप्रयाग ब्लॉक के त्यालनी तथा जरोला गांव शामिल हैं। इन गांवों की सर्वे भारत सरकार ने स्वीकार की है। अब इन गांवों के लिए सड़क निर्माण की डीपीआर तैयार कर शीघ्र भारत सरकार को भेजी जाएगी।