उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने 9 फरवरी को रोशनाबाद हरिद्वार से पेंटागन माॅल चौराहे तक श्रमिकों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ पदयात्रा में प्रतिभाग किया।
प्रमुख मांगें :-
1- उत्तराखंड सरकार द्वारा भेल की 492 एकड़ एवं अन्य खाली जमीन को लेने का प्रस्ताव वापस लिया जाए।
2- भेल में कार्य की अधिकता को देखते हुए आर्टिजन की भर्ती प्रारंभ की जाए।
3- 2014 के बाद से भेल हरिद्वार से छटनी किये जा रहे संविदा श्रमिकों को वापस लिया जाए। 4-भेल में स्थित केंद्रीय विद्यालय को पूर्व की भांति चालू कर सभी कक्षाओं में प्रवेश प्रारंभ किए जाए।
5-पंचम फेस का निस्तारण कर आवेदकों को प्लॉट/फ्लैट शीघ्र उपलब्ध कराए जाएं।
6-सिडकुल में उत्तराखंड के बेरोजगार युवाओं के लिए घोषित 70% आरक्षण की नीति का पूर्णतया पालन कराया जाए।
7-सिडकुल में श्रम कानूनों का पूर्णतयः पालन कराते हुए कर्मचारियों का शोषण बंद किया जाए।
8-सिडकुल में कर्मचारियों से 12 घंटे के स्थान पर 8 घंटे काम लिया जाए।
9-सिडकुल में संविदा कर्मियों को उत्तराखंड सरकार का मिनिमम वेज देना सुनिश्चित किया जाए।
10-सिडकुल कंपनियों से 2014 के बाद निकाले गए लगभग 30000 कर्मचारियों को नौकरी पर वापस लिया जाए।
11-सिडकुल में 2014 के बाद बंद हुई लगभग 16 कंपनियों को सरकार द्वारा पुनः स्थापित किया जाए।