तत्कालीन सचिव व क्लर्क पर 2017 से 2023 के बीच घपले का आरोप
मार्च 2023 में हुई जांच में हुई थी घोटाले की पुष्टि, अब पोखरी थाने में दर्ज हुआ मामला
गोपेश्वर। साधन सहकारी समिति मसोली (पोखरी) के ग्रामीण बचत केंद्र में 76 लाख से अधिक के गबन के आरोप में तत्कालीन सचिव और अंकिक (लिपिक) के खिलाफ पोखरी थाने में एफआईआर दर्ज कर दी गई है। दोनों के खिलाफ मिली शिकायत के बाद 2023 में हुई जांच में गबन की पुष्टि हुई थी।
2023 में साधन सहकारी समिति मसोली के ग्रामीण बचत केंद्र में गबन की शिकायत की गई थी। 21 मार्च 2023 को मामले की जांच की गई। सात मई 2023 को जांच रिपोर्ट आई, जिसमें 70 लाख 49 हजार 381 रुपये के गबन की बात सामने आई। इसमें समिति के तत्कालीन सचिव अब सेवानिवृत्त मोहन लाल और लिपिक अमित नेगी पर एक अप्रैल 2017 से 31 जनवरी 2023 तक गबन के आरोप लगाए गए। दोनों को ग्रामीण बचत केंद्र मसोली से नोटिस भेजे गए। जिसके बाद दोनों आरोपियों ने 15-15 लाख रुपये तीन-तीन किश्तों में जमा करने का लिखित आश्वासन दिया।
निर्धारित समय पर पैसा जमा नहीं करने पर 24 फरवरी 2024 को तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में इसकी फिर से जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी बनाई गई। छह मई को कमेटी ने रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए 76 लाख 48 हजार, 559 रुपये के गबन की बात कही। जिसके बाद दोनों आरोपियों को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किए गए। नोटिस के जवाब में सचिव मोहन लाल ने गैर जिम्मेदाराना प्रत्युत्तर प्रस्तुत किया, जबकि अंकित नेगी ने कोई जवाब नहीं दिया।
पांच सितंबर 2024 को जिलाधिकारी ने सहायक विकास अधिकारी को समीक्षात्मक टिप्पणी तैयार करते हुए संबंधित थाना क्षेत्र में केस दर्ज करने के निर्देश दिए। थाना पोखरी में 13 जनवरी को दोनों आरोपियों के खिलाफ गबन के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है