उत्तराखण्ड की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने विधानसभा स्थित सभागार में 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों को लेकर खेल और युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में प्रदेश के स्कूली बच्चों को नेशनल गेम्स से जोड़ने के लिए एक अभिनव प्रतियोगिता की योजना बनाई गई। इस प्रतियोगिता के तहत स्लोगन राइटिंग, लोगो डिज़ाइन, और आर्ट वर्क के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को प्रोत्साहित किया जाएगा। मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य बच्चों में नेशनल गेम्स के प्रति जागरूकता फैलाना और उनकी क्रिएटिविटी को बढ़ावा देना है।
प्रतियोगिता में जीतने वाले बच्चों को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि प्रतियोगिता का मसौदा जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा, जिसमें बताया जाएगा कि बच्चे किस प्रकार इसमें भाग ले सकते हैं। बच्चों के लिए अपने काम को विभाग तक पहुंचाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम उपलब्ध कराए जाएंगे। रेखा आर्या ने कहा कि यह प्रतियोगिता बच्चों में खेलों के प्रति उत्साह भरने का काम करेगी और उनकी रचनात्मक सोच को बढ़ावा देगी।
बैठक में मंत्री ने 14 नवंबर को बाल दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम को भी भव्य बनाने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस दिन बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार की एंटरटेनमेंट और स्पोर्टिंग एक्टिविटीज़ आयोजित की जाएंगी, जिससे बाल दिवस का उत्सव बच्चों के लिए यादगार बने। साथ ही, महिला सशक्तिकरण और पहाड़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पारंपरिक भोजन के स्टॉल लगाने के निर्देश भी दिए गए।
इसके अलावा, युवा महोत्सव की तैयारियों पर भी चर्चा की गई, जिसमें युवाओं को खेलों के प्रति प्रेरित करने और उन्हें नशे से दूर रखने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार किया गया। मंत्री रेखा आर्या ने राज्य स्थापना दिवस और प्रदेश गठन के 25वें वर्ष को विशेष रूप से मनाने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने जोर दिया कि प्रदेश के विकास में युवाओं की भूमिका को और अधिक बढ़ाया जाना चाहिए और इस दिशा में विशेष प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।
मंत्री रेखा आर्या ने विश्वास जताया कि इन योजनाओं से न केवल बच्चों और युवाओं में खेलों के प्रति रुचि बढ़ेगी, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान होगा।