हल्द्वानी विजिलेंस टीम द्वारा 8 साल पुराने घूस लेने के मामले मे इंजीनियर को गिरफ्तार करा
हल्द्वानी समाचार के अनुसार 17 जून 2016 को मल्लीताल निवासी दीपेंद्र थापा ने हल्द्वानी में स्थित विजिलेंस कार्यालय में एक शिकायत दर्ज कराई थी| नगर पालिका द्वारा नैनीताल में कार्यरत सिविल इंजीनियर ईश्वरी सिंह रौतेला से 20 हजार रुपये की मांग की थी। मामला भुगतान विवाद से जुड़ा था।निर्माण प्रक्रिया से संबंधित कुछ बिल इंजीनियर स्तर पर अटक गए थे।
जांच ने शिकायत सही हल्द्वानी में भ्रष्टाचार निवारण की विशेष अदालत, जिसमें न्यायमूर्ति नीलम रात्रा ने न्याय की प्रक्रिया चलाई, उसके अधिकार क्षेत्र में एक रिश्वतखोरी से संबंधित आठ साल पहले के एक मामले को लेकर चर्चा की। सुनवाई की गई है। इंजीनियर को तीन साल की सजा सुनाई है। साथ ही 25 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया गया है।
हल्द्वानी समाचार से यह पता चलता है, ईश्वरी सिंह रौतेला को 5 वर्ष की सजा सुनाई गई और 50 हजार का जुर्माना लगाया गया। साथ ही, यदि वह दंड अदा नहीं करता है, तो उसे 6 महीने का अतिरिक्त साधारण कारावास भुगतना होगा।
20 जून को तत्कालीन विजिलेंस निरीक्षक अरविंद सिंह डंगवाल के मार्गदर्शन में टीम ने इंजीनियर से 20 हजार की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया था, जिसके बाद से न्यायालय में मामले की सुनवाई चल रही थी। विवेचना इंस्पेक्टर केवलानंद आर्य ने यह प्रमाणित किया। वहीं, अभियोजन अधिकारी दीपा रानी ने कोर्ट के समक्ष 11 गवाहों को परीक्षण के लिए पेश किया, जिसके बाद न्यायालय ने अवर अभियंता को तीन साल की सजा सुनाई। वह मूल रूप से रौतेला कोट पोस्ट जोस्यूड़ा धारी तहसील का निवासी है।
Author- Amisha Chauhan