वर्षाकाल के बाद चारधाम यात्रा ने पकड़ी रफ्तार, यात्रियों की संख्या बढ़ी
15 सितंबर से 20 अक्टूबर तक गंगोत्री व यमुनोत्री यात्रा के लिए 40% होटल बुक हो चुके हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में इस बार बहुत सारे तीर्थयात्रियों के पहुंचने का रिकॉर्ड भी बनेगा 2013 की दुर्घटना और कोविड महामारी के बाद से यह पहला सीजन है।
वर्षाकाल के बाद सितंबर के पहले सप्ताह में भी गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा तेज हो गई है। गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम में एक सप्ताह के अंतराल में तीर्थयात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। 1 सितंबर को गंगोत्री धाम में 990 और यमुनोत्री धाम में 1125 तीर्थयात्री आए। 6 सितंबर को 5417 लोग गंगोत्री धाम और 3473 लोग यमुनोत्री धाम पहुंचे। यह लगातार बढ़ रहा है।
15 सितंबर से 20 अक्टूबर तक गंगोत्री व यमुनोत्री यात्रा के लिए 40% होटल बुक हो चुके हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में इस बार बहुत सारे तीर्थयात्रियों के पहुंचने का रिकॉर्ड भी बनाया जाएगा। यह 2013 की आपदा और कोविड महामारी के बाद से पहला बंद है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में आस्था का सैलाब है।
गंगोत्री धाम में 6.96 लाख और यमुनोत्री धाम में 5.74 लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं। जुलाई और अगस्त में चारधाम यात्रा बहुत कम गति से हुई है। हालाँकि, सितंबर और अक्टूबर में अच्छी यात्रा की उम्मीद है। 14 नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट और 15 नवंबर को यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होंगे। उत्तरकाशी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा ने बताया कि होटलों में 15 सितंबर से 20 अक्टूबर तक बुकिंग मिलेगी।
चारधाम यात्रा की शुरुआत में बहुत समय बाद एक अच्छी यात्रा देखने को मिली है। धामों और स्थानीय लोगों और व्यापारियों के चेहरों में भी उत्साह लौटा है। सितंबर और अक्टूबर में चारधाम यात्रा भी बेहतर होगी। 2022 की यात्रा पिछले 10 वर्षों में सबसे अच्छी थी। उस समय 6.24 लाख लोग गंगोत्री धाम और 4.86 लाख लोग यमुनोत्री धाम पहुंचे थे। यह रिकॉर्ड इस बार जुलाई में टूट गया था।