खटीमा, ऊधम सिंह नगर में पूज्य पिता स्व. शेर सिंह धामी जी की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित ‘सैनिक सम्मान समारोह’ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सैन्य भूमि उत्तराखंड ने देश को अनेक वीर सपूत दिए हैं, जिनकी बहादुरी, शौर्य और बलिदान पर समूचे प्रदेश को गर्व है।
कार्यक्रम के दौरान खटीमा में स्थापित किए जा रहे 213 फीट ऊँचे राष्ट्रीय ध्वज के भूमि पूजन का कार्य भी संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि सैन्य परिवेश से उन्हें जो अनुशासन, संस्कार और सेवा भाव मिला, वही जीवन भर उनकी प्रेरणा बना रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारतीय सेना पहले से कहीं अधिक सशक्त और आधुनिक बन चुकी है। रक्षा क्षेत्र में हो रहे तकनीकी नवाचार और डिजिटलीकरण से भारत की सेना अब विश्व की अग्रणी सेनाओं में अपनी जगह बना रही है।
मुख्यमंत्री ने पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं और पुत्रियों को ‘ड्रोन दीदी’ योजना के तहत रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही, 60 वर्ष की आयु पार कर चुके पूर्व सैनिकों, उनकी पत्नियों तथा शहीदों की वीरांगनाओं को नि:शुल्क बदरीनाथ यात्रा कराई जाएगी। इसके अलावा, परमवीर चक्र विजेताओं को ₹1.50 करोड़ की सम्मान राशि दी जाएगी।
सरकार पूर्व सैनिकों, उनके परिजनों और आश्रितों के कल्याण के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य रक्षा मंत्री एवं लोकसभा सांसद श्री अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, श्री सौरभ बहुगुणा सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।